
प्रिय सभी मित्रों और साथियों को नमस्कार।
आज, 15 अगस्त को हम सभी भारतीयों के लिए एक गर्व का दिन है। यह दिन हमारे देश की आजादी के लिए संघर्ष का प्रतीक है। आज से 76 साल पहले, 1947 में इसी दिन हमारा देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था। हमारे प्रेरक नेता, शानदार वीर और शहीद सरदार भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद, और राजगुरु जैसे महान व्यक्तियों के त्याग और संघर्ष के बल पर हम आज इस स्वतंत्रता का आनंद उठा रहे हैं।
आज जब हम अपने देश की ताक़द और समृद्धि के सफलतापूर्वक रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं, तो हमें याद रखना चाहिए कि हमारे देश के उद्दीपन के पीछे समर्पण, साहस, और संकल्प का अटूट संबंध है। हमारे देश की समृद्धि के लिए हमें सभी वर्गों को एक साथ मिलकर काम करना होगा। विभाजन की भावना को दूर भगाकर हम सबको मिलजुलकर प्रगति की राह पर आगे बढ़ना होगा।
हमारे देश में विविधता है, और यही हमारी शक्ति है। हमें इस विविधता को समझना और सम्मान करना चाहिए, ताकि हम सभी मिलकर एक सशक्त, समृद्ध, और एकत्रित भारत का निर्माण कर सकें।
इस स्वतंत्रता दिवस पर हम सभी को यह भी याद रखना चाहिए कि हमारे देश के स्वतंत्रता की क़ीमत को नहीं भूलना चाहिए। हमें सभी तरह के दुश्मनों से सावधान रहना होगा और हमें अपने देश के विकास और समृद्धि के लिए सक्रिय रूप से काम करना होगा।
समय बदल रहा है और हमें भी अपने विचारों को बदलने की जरूरत है। विज्ञान, तकनीक, और अन्य क्षेत्रों में हमें नई प्रेरणा और ऊर्जा लानी होगी। जैसे हमारे पूर्वजों ने संघर्ष करके देश को स्वतंत्र किया, हमें भी नए संघर्षों का सामना करना होगा और उन्हें विजयी बनाना होगा।
संकल्प की शक्ति से हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं। हमारे देश को विश्वभर में श्रेष्ठ बनाने के लिए हमें विज्ञान, तकनीक, शिक्षा, स्वास्थ्य, और कृषि के क्षेत्र में और तेजी से प्रगति करनी होगी।
आज के दिन पर हमें अपने देश के लिए समर्पण का संकल्प लेना चाहिए और उसे पूरा करने के लिए सक्रिय रूप से काम करना होगा। आओ मिलकर एक बेहतर और समृद्ध भारत का निर्माण करें।
जय हिंद, जय भारत!